जोरम समीक्षा: धीमी गति के इस सर्वाइवल ड्रामा को मनोज बाजपेयी ने अपने कंधों पर उठाया है
जोराम को देखते समय ज्यादातर हिस्सों में मेरी नजर किरदारों के असली लुक पर ही अटकी रही। उनके कई झुमके, तीन नाक की अंगूठियां और खूबसूरती से लगाए गए हेयर पिन के साथ। कुछ लोगों के लिए, यह ध्यान भटकाने वाला हो सकता है, लेकिन मैंने निर्देशक देवाशीष मखीजा द्वारा अपनी कहानी के पात्रों को …